न्यूयॉर्क के ऐतिहासिक टाइम्स स्क्वॉयर पर बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी लोगों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए ‘भारत माता की जय’ और अन्य देशभक्ति नारे लगाये। साथ ही, उन्होंने भारत के खिलाफ चीन की आक्रमकता को लेकर उसका (चीन का) आर्थिक बहिष्कार करने और उसे राजनयिक स्तर पर अलग-थलग करने की भी मांग की।
न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी में रह रहे भारतीयों और ‘भारतीय संघों के परिसंघ’ (एफआईए) के अधिकारियों ने ‘चीन निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार करो’, ‘भारत माता की जय’ और ‘चीनी आक्रामकता को रोको’ जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर चेहरे पर मास्क पहनकर प्रदर्शन किया।
उनके हाथों में ‘‘हम शहीद जवानों को सलाम करते हैं” के पोस्टर थे। प्रदर्शन में तिब्बती और ताइवानी समुदाय के सदस्य भी शामिल हुए। उन्होंने ‘तिब्बत भारत के साथ खड़ा है’, ‘मानवाधिकारों, अल्पसंख्यक समुदायों के धर्मों, हांगकांग के लिए न्याय’, ‘चीन मानवता के खिलाफ अपराध रोके’ और ‘चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करो’ के पोस्टर ले रखे थे।
समुदाय के नेताओं, प्रेम भंडारी और जगदीश सहवानी ने शुक्रवार को इस प्रदर्शन का आयोजन किया। ‘जयपुर फुट यूएसए’ के अध्यक्ष भंडारी ने कहा, ‘‘आज का भारत 1962 के भारत से अलग है।
हम चीनी आक्रामकता और इसकी अंतरराष्ट्रीय धौंस को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम चीन के अहंकार का करारा जवाब देंगे।” उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ एक हिसंक झड़प में 20 (भारतीय) जवानों के शहीद होने से बहुत व्यथित हैं।