गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी होता है क्योंकि मां के खाने का सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अंडा खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीनम, सेलेनियम, जिंक, विटामिन ए, डी और कुछ मात्रा में बी कॉम्प्लेक्स भी पाया जाता है। जो शरीर की सभी जरूरतों को पूरा करने का सबसे बेहतर सूपर फूड है। ये बात कई स्टडी में भी सामने आ चुकी है कि गर्भावस्था के दौरान अंडा खाने से बच्चे का दिमाग तेज होता है साथ ही उसके सीखने की क्षमता भी बढ़ती है।
अंडे में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो गर्भावस्था के दौरान लिया जाना बहुत आवश्यक है। गर्भ में पल रहे बच्चे की हर कोशिका प्रोटीन से बनती है। ऐसे में गर्भवती महिला अगर अंडे खाती है तो भ्रूण का विकास बेहतर तरीके से होता है। अंडे में 12 विटामिनों का पैकेज होता है और साथ ही कई तरह के लवण भी होते हैं। इसमें मौजूद कोलीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड बच्चे के संपूर्ण विकास को बढ़ावा देते हैं। इसके सेवन से बच्चे को मानसिक बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है और उसका दिमागी विकास भी होता है।
अगर गर्भवती महिला का ब्लड कोलेस्ट्रॉल स्तर सामान्य है तो वह दिन में एक या दो अंडा खा सकती है। अंडे में कुछ मात्रा में सैचुरेटेड फैट भी होता है हालांकि अगर महिला का कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक है तो उसे जर्दी वाला (पीला हिस्सा) भाग नहीं खाना चाहिए। गर्भवती महिला को एक दिन में दो सौ से 300 तक एडिशनल कैलोरी लेनी चाहिए। इससे उसे और बच्चे, दोनों को पोषण मिलता है। अंडे में करीब 70 कैलोरी होती है जो मां और बच्चे दोनों को उर्जा देती है।