महाराष्ट्र की रक्षा के लिए तैयार हुए कोविड योद्धाओं का मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आभार माना। प्रत्येक कोविड योद्धा को पत्र लिखकर इस युद्ध को शस्त्र से नहीं, सेवा से हमें जीतना है, ऐसा आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में आगे कहा है कि आप सभी लोगों को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखते समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में छाती अभिमान से फूल गई है। यह अपने महाराष्ट्र की और मराठी माटी की महान परंपरा है।
संकट के समय हम पीछे हटते नहीं हैं। आज हम सभी कोरोना के भयानक संकट से लड़ रहे हैं। यह युद्ध सरल नहीं है। इस युद्ध संकट में “सैनिक” बनकर आप एक कोविड योद्धा के रूप में मैदान में उतरे हैं। यह निश्चित रूप से सराहनीय है कि आप मेरे आह्वान के जवाब में महाराष्ट्र की रक्षा करने के लिए तैयार हैं।
इस युद्ध को सीमा पर सैनिकों की तरह लड़ना होगा। महाराष्ट्र का प्रत्येक नागरिक आज एक सैनिक के रूप में इस संकट से लड़ रहा है। अब जब आप जैसे कोविड योद्धा युद्ध में उतर गए हैं, तो मुझे मुख्यमंत्री के रूप में बड़ी ताकत मिली है।
यह एक प्रकार की देश और ईश्वर की पूजा है। यह हमारी संस्कृति है। हम हथियारों की बजाय सेवा के साथ इस मुहिम को जीतना चाहते हैं।