नेपाल सरकार ने बुधवार को संशोधित राजनीतिक नक्शा जारी किया। इस नक्शे में उसने लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी को अपना क्षेत्र बताया है। भारत ने नेपाल के इस दावे का खंडन किया है।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि जारी किया गया संशोधित नक्शा एकपक्षीय है और ये ऐतिहासिक तथ्यों और साक्ष्यों पर आधारित नहीं है।
इस कृत्य से एक दिन पहले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा था कि ये इलाका हमारे देश का है और उन्होंने इसे राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से भारत से फिर से वापस लेने की कसम खाई है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेपास के भूमि सुधार मंत्री पद्मा अर्याल ने इस नए नक्शे को पेश किया।