सोमप्रकाश शिवम्
पूर्व मिस इंडिया एवं हिंदी सिनेमा की बेहद खूबसूरत अदाकारा जोया अफरोज ने हाल ही में ग्लैमानंद सुपर मॉडल इंडिया का खिताब जीत कर ग्लैमर जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने उन नवोदित हसीनाओं को एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है, जो एक-दो अवसरों में असफल होने पर आसानी से हार मान लेती हैं। प्रस्तुत है अभिनेत्री जोया अफरोज से सोमप्रकाश `शिवम’ की हुई बातचीत के प्रमुख अंश:-
♦ आपने कैरियर की शुरुआत बाल कलाकार से की थी, इसके बावजूद आपको आज भी संघर्ष करना पड़ रहा है?
हमारी फिल्म इंडस्ट्री में सब कुछ मेहनत पर निर्भर करता है। मैं खुद को लकी समझती हूं जो मैंने महज तीन वर्ष की आयु में ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। वैसे भी किसी भी फील्ड में सफलता पाने के लिए संघर्ष बेहद जरूरी है।
♦ शुरुआती सफर में बॉक्स ऑफिस पर आपकी कई फिल्में असफल रहीं, इसके पीछे आप क्या वजह मानती हैं?
ऐसा नहीं है काफी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा पैसा कमाया है। वैसे भी फिल्में चलना अकेले एक्टर के हाथ में नहीं होता, पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिल्में चलने न चलने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। हमने काम अच्छा किया और आगे भी मेहनत करती रहूंगी।
♦ सौंदर्य प्रतियोगिताओं में आज भी आपका जलवा कायम है, इसके पीछे कोई खास वजह?
सौंदर्य प्रतियोगिताएं अक्सर हम औरतों को अच्छे अवसर दिलाने में मदद करती हैं, ये हम महिलाओं के विकास के लिए बेहद जरूरी भी है। मैं अक्सर यंग लड़कियों को इस फील्ड में कामयाब होने के लिए जागरूक करती रहती हूं। बस अब मेरा सपना है कि मैं मिस इंटरनेशनल का क्राउन जीत कर भारत लाऊं।
♦ बिना कोई गॉडफादर के नए कलाकारों को फिल्मों में काम पाना कितना आसान है?
आसान तो नहीं कह सकते, क्योंकि यहां आसानी से तो कुछ भी हासिल नहीं होता है। हां, लेकिन अगर गॉडफादर है तो थोड़ा काम पाने में आसानी जरूर हो जाती है। बाकी मेहनत तो आपको ही करनी रहती है, फिर आपकी किस्मत है।
♦ भविष्य में आप किस तरह के किरदार निभाना पसंद करेंगी?
मैं नारी प्रधान फिल्में करना चाहती हूं। मेरी ख्वाहिश है कि मैं एक्शन थ्रिलर फिल्मों का हिस्सा बनूं, जहां मेरे बोल्ड दृश्य नहीं अपितु मेरा बोल्ड किरदार हो। वैसे भी दर्शक मुझे जल्द ही एक वेब सीरीज में देखेंगे। इसके अतिरिक्त मैं कुछ और बड़े प्रोजेक्ट पर भी काम कर रही हूं। सामना