मुंबई से प्रवासी मजदूरों को अपने घर पहुंचाने की कोशिशों के चलते सोनू सूद इन दिनों चर्चा में छाए हुए हैं। वे रोजाना करीब एक हजार प्रवासियों को उनके राज्य पहुंचा रहे हैं। इस बारे में दैनिक भास्कर से खास बातचीत करते हुए उन्होंने इस काम को करने के लिए मिली अपनी प्रेरणा के बारे में बताया।
#SonuSood
— Karthika (@kirubhashilini) May 23, 2020
A real life hero for migrants
Remind us humanity still exists in a world pic.twitter.com/HqLv4wk2Og
सोनू ने कहा, ‘15 मई के आसपास की बात है। मैं प्रवासियों को ठाणे में फल और खाने के पैकेट बांट रहा था। उन्होंने बताया कि वे लोग पैदल ही कर्नाटक और बिहार जा रहे हैं। यह सुनकर मेरे होश उड़ गए कि बच्चों, बूढ़ों के साथ ये लोग पैदल कैसे जाएंगे। मैंने उनसे कहा कि आप दो दिन रुक जाएं। मैं भिजवाने का प्रबंध करता हूं। नहीं कर सका तो बेशक चले जाना।’
इस तरह फिल्म अभिनेता और प्रोड्यूसर सोनू सूद ने माइग्रेंट्स को घर भेजने का सिलसिला शुरू किया।